हर इंसान में
दूसरे पर राज्य
करने की
इच्छा हमेशा
रहती है।
कोई नहीं देखता
अपनी सूरत आईने
में
वह वास्तव में
क्या कहती है।
सिंहासन का
प्रस्ताव
अस्पताल में
भर्ती मरीज के लिये
करता दवा का काम
मृत हो रहे हृदय
में
नयी सांस बहती
है।
कहें दीपक बापू
पूर्ण स्वस्थ
रहने का नियम
कहीं
माना नहीं जाता,
जिसके पास ओहदा
उसके पास ढेर
सारे
चिकित्सक होते
इलाज करने के
लिये
डर के मारे
बादशाहों को
मरीज का ताना
दिया नहीं जाता,
इतिहास गवाह है
आम जनता हिटलर
जैसे
विकट मनोविकारी
का राज्य भी
खामोशी से सहती
है।
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दीपक राज कुकरेजा ‘‘भारतदीप’’
ग्वालियर मध्यप्रदेश
ग्वालियर मध्यप्रदेश
Deepak Raj Kukreja "Bharatdeep"
Gwalior Madhyapradesh
संकलक, लेखक और संपादक-दीपक राज कुकरेजा ‘भारतदीप’,ग्वालियर
athor and editor-Deepak Raj Kukreja "Bharatdeep",Gwalior
http://zeedipak.blogspot.com
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