31 अगस्त 2016

मत पूछना हमारा पता-हिन्दी कविता (Mat Poochna hamara pata-Hindi Kaivita)


अपने कंधों पर
स्वार्थों की अर्थी
ढोना आसान नहीं होता।

जब तक चलती सांस
दौलत से रिश्ता तोड़ना
आसान नहीं होता।

कहें दीपकबापू सब मित्रों से
मत पूछना कभी हमारा पता
अपनी लतों के
पीछे भागती भीड़ से
गुम होना आसान नहीं होता।
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2 टिप्‍पणियां:

SUKDEO PATNAIK " SADA " ने कहा…

वाक़ई आसान नहीं होता। साधुवाद अच्छी पोस्ट के लिए

SUKDEO PATNAIK " SADA " ने कहा…

वाक़ई आसान नहीं होता। अच्छी पोस्ट के लिए साधुवाद

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