1 अगस्त 2009

जैसे डाक्टर पीछे आया-हास्य कविता (hasya kavita in hindi)

एक आदमी ने सुबह-सुबह
दौड़ लगाने का कार्यक्रम बनाया
और अगले दिन ही घर से बाहर आया।
उसने अपने घर से ही
दौड़ लगाना शुरू की
आसपास के लड़के बडे हैरान हुए
वह भी उनके पीछे भागे
और भागने का कारण पूछा
तो वह बोला
"मैंने कल टीवी पर सुना
मोटापा बहुत खतरनाक है
कई बीमारियों का बाप है
आजकल अस्पताल और डाक्टरों के हाल
देखकर डर लगता है
जाओ इलाज कराने और
लाश बनकर लौटो
इसलिये मैने दौड़ने का मन बनाया।"

लड़कों ने हैरान होकर पूछा
" आप इस उम्र में दौडैंगे कैसे
आपकी हालत देखकर हमें डर समाया।
उसने जवाब दिया
"जब मेरी उम्र पर आओगे तो सब समझ जाओगे
लोग भगवान् का ध्यान करते हुए
योग साधना करते हैं
मैं यही ध्यान कर दौड़ता हूँ कि
जैसे कोई मुझे डाक्टर पकड़ने आया
अपनी स्पीड बढाता हूँ ताकि
उसकी न पड़े मुझे पर छाया।"

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2 टिप्‍पणियां:

M VERMA ने कहा…

बहुत बढिया. इलाज कराकर पैसे नही दिये थे क्या?

परमजीत सिहँ बाली ने कहा…

बहुत खूब!!

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